HELPING THE OTHERS REALIZE THE ADVANTAGES OF HINDI KAHANI

Helping The others Realize The Advantages Of Hindi kahani

Helping The others Realize The Advantages Of Hindi kahani

Blog Article

इस तरह के हाज़िर जवाब पर महाराज अकबर के मुख पर एक ज़ोर से हँसी फूट पड़ी। उन्हें अब पक्का यक़ीन हो गया था की बीरबल का दिमाग़ सच में बहुत तेज है।

इस कहानी से हमें ये सीख मिलती है की दोस्त सभी आकारों में आते हैं। जब आप बिना शर्त दोस्ती बनाते हैं, तो यह हमेशा के लिए रहता है।

वो काफ़ी ज़ोर से रोने लगा और अपनी बेटी को वापस लाने की कोशिश करने लगा। उसने परी को खोजने की काफ़ी कोशिश करी लेकिन वो उसे कहीं पर भी नहीं मिली। उसे अपनी मूर्खता का एहसास हुआ, लेकिन अब तक काफ़ी देर हो गयी थी।

निराश होकर उसने घर वापस जाने का फैसला किया। जब वो रास्ते में जा रही थी तब रास्ते में उसकी मुलाकात एक बूढ़े उल्लू से हुई जिसने उससे पूछा कि क्या गलत है, वो इतनी ज़्यादा उदास क्यूँ है।  एमिली ने उसे अपनी कहानी सुनाई और बताया कि कैसे उसने अपनी चाबी खो दी है। उल्लू ने ध्यान से सुना और फिर कहा, “चिंता मत करो एमिली, मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूं।”

“हमारा दोस्त भी पकड़ा गया!” कौआ दुखी हुआ। “रुको, अभी एक तरकीब है,” छछूंदर बोला और अपनी योजना सबको बताई।

शेर ने जवाब दिया:- “दरअसल घास हरी है।” बाघ ने पूछा:- “तो आप मुझे फिर सजा क्यों दे रहे हो?”।

बहुत समय पहले की बात है। एक बहुत बड़ा जंगल हुआ करता था। वहीं उस जंगल के पास से ही एक नदी बहा करती थी। नदी के किनारे एक जामुन के पेड़ पर एक बन्दर रहता था। 

आगे से ऐसी गलती कभी भी मत करना, ऐसा कहने के बाद गीदड़ वहाँ से चला गया।

एक दिन की बात है, राजा का शाही हाथी घास के टीले के पास चर रहा था, तभी उसे एक भूखी आवाज़ सुनाई दी।

Hindi Tale for Young children with ethical

अब मगरमच्छ और बंदर दोनों मगरमच्छ के घर के तरफ़ तैर कर जाने लगे। इसके लिए मगरमच्छ ने बंदर को नदी के पार अपने घर तक ले जाने के लिए उसे अपनी पीठ पर लाद लिया। अब वो दोनों कुछ ही दूर गए थे की, उसने बंदर को अपनी पत्नी की दिल खाने की योजना के बारे में बताया।

लेकिन, एक दिन, किसान ने मन ही मन सोचा, “हम एक दिन में सिर्फ एक अंडा ही क्यों लें? हम उन्हें एक साथ क्यों नहीं ले सकते और ढेर सारा पैसा क्यों नहीं बना सकते?

फिर आगे हाथी को एक मेंढक दिखायी पड़ा, उसने उससे भी पूछा की क्या हूँ दोस्त बन सकते हैं? इस पर मेंढक ने जवाब दिया, तुम मेरी तरह एक जगह से दूसरी जगह को कुद कर नहीं जा Hindi kahani सकते हो, इसलिए हम दोस्त नहीं बन सकते हैं। जवाब सुनकर हाथी को बुरा लगा और वो आगे फिर से चलने लगा।

राजा ने तुरंत महावत को बुलवाया और उससे पहले के घटनाओं के बारे में सवाल पूछे। इस सवाल पर, महावत ने उत्तर दिया, की “ओह, एक कुत्ता था जो यहाँ हुआ करता था। मैंने उसे एक किसान को दे दिया!” महावत ने जवाब दिया। 

Report this page